उनका आचरण चाहें जैसा भी हो आख़िर उन पर लक्ष्मी की कृपा तो होती ही है। उनका आचरण चाहें जैसा भी हो आख़िर उन पर लक्ष्मी की कृपा तो होती ही है।
ये दृश्य देख कर तो सारे जंगल वासियों ने दांतों तले अंगुली दबा ली। ये दृश्य देख कर तो सारे जंगल वासियों ने दांतों तले अंगुली दबा ली।
लेकिन दुख यही होता है कि रोहन अपने पिता को खो देता है। लेकिन दुख यही होता है कि रोहन अपने पिता को खो देता है।
शायद इसलिए भगवान ने मुझे इस बड़े महल में भेज दिया शायद इसलिए भगवान ने मुझे इस बड़े महल में भेज दिया
कुछ ही देर मैं सब लोग फ्री होगये और खाना खाने चलेगये, उन्ही के साथ मैं और मेरा भाई भी चलदिये। कुछ ही देर मैं सब लोग फ्री होगये और खाना खाने चलेगये, उन्ही के साथ मैं और मेरा भ...
आखिरकार सत्ता परिवर्तन का दिन आया। लोकतंत्र के इस नए दौर में लोगों के हाथ अपनी मर्ज़ी के राजा को चुन... आखिरकार सत्ता परिवर्तन का दिन आया। लोकतंत्र के इस नए दौर में लोगों के हाथ अपनी म...